सुपर सीएम की प्रथा छत्तीसगढ़ में जारी है
छत्तीसगढ़ में सुपर सीएम की एक बार फिर बात निकलकर आ रही है। छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया का यह दुर्भाग्य ही कहेंगे की निर्वाचन में जनता अपने लिए जन प्रतिनिधि का चुनाव करती है और यही जन प्रतिनिधि सत्ता में आने के बाद अधिकारियों को सुपर सीएम बना लेते हैं। अजीत जोगी के समय से चली आ रही व्यवस्था को डाॅ. रमन के समय अमन सिंह को और अब भूपेश बघेल के समय सौम्या चौरसिया को कथित सुपर सीएम घोषित किया जाना राज्य की जनता के वोट पर करारा प्रहार होने के साथ ही लोकतांत्रिक गणराज्य को मजाक बना दिया गया है। इधर ईडी ने छत्तीसगढ़ की कथित सुपर सीएम को कथित भ्रष्टाचार के मामले में हिरासत में ली है। राज्य मेंववैसे आई तो झारखंड पुलिस भी है भाजपा के नेता और भानुप्रतापपुर के प्रत्याशी को गिरफ्तार करने पर लगता है हौंसला नहीं कर पा रही या फिर राज्य की सरकार सहयोग नहीं कर पा रही। चाचा कह रहे थे बात जो भी हो चोर चोर मौसेरा भाई होते हैं, डाॅ. रमन के समय हुए कथित घोटालों में अब वर्तमान की कांग्रेस सरकार की संलिप्त होना उजागर हुआ है। जो भी हो जनता के धन का सरकार में कोई भी रहे जमकर दुरुपयोग हो रहा है।