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घर वापसी में जगह के लिए सवा लखी है ना

हिंदू धर्म में मुस्लिम और इसाई घर वापसी पर उठाए जा रहे सवाल कि वे घर वापसी करेंगे तो कहां रहेंगे उनके लिए क्या स्थान होगा। इसके जवाब कुछ हिंदू वादी कहते हैं कि हिंदू में तीन, तेरह और सवा लखी का प्रचलन है। हिंदूओं में 3 और 13 पहले से बुक है पर सवा लखी एक मात्र ऐसा स्थान है जहां उन्हें जगह मिल सकती है। अर्थात वे मन परिवर्तन होने पर धर्म परिवर्तन करने वाले मुसलमानों और इसाई के लिए यह जगह महफूज होगी। लोगों ने चर्चा और बहस के बीच इसे हिंदूवाद के डर से या सरकार के भय से किया जाने वाला काम नहीं मानते बल्कि स्वयं का लाभ मान रहे हैं। जो हिंदू बन रहे है उन्हें ही लाभ होगा। यह मानना है कुछ सेक्यूलर कहे जाने वाले लोगों का। बड़ी बहस कर लोग इसे सही मानते हैं। क्या है सवा लखी -  सवा लखी उसे मानते है जो तीन अर्थात पहले तीन और तेरह की पक्ति से अलग हो। इसमें पहले तीन को श्रेष्ट और उससे 13 को कम श्रेष्ठ माना जाता है वहीं सवा लखी को सामान्य माना जाता है। इन पर हिंदू धर्म का ज्यादा नियम लागू नहीं होता। यह ‌वैसा ही होता है जैसे समान्य होते है।