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नवंबर 14, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दुनिया की फ़ैशन और ग्लैमर राजधानी पेरिस आई लव यू

दुनिया की फ़ैशन और ग्लैमर राजधानी पेरिस में आईएसआईएस ने हमला किया। चाहे जितना भी हमला करलो दुनिया में इंसानियत है रहेगी। खुबसुरत शहर पर हमला का मतलब है इनकी मानसिकता मर गई है। ऐसे मुर्दादिल लोगों के लिए बस बददुआएं हैं। ऐसे लोग न अपने देश के हैं न दुनिया के लिए हैं। नामर्द हैं ऐसे लोग जो बेकसूरो पर कहर बरपा रहे हैं। ऐसे काफिर लोग दुनिया में न रहे वहीं अच्छा है। हम डंके की चोट पर कहते हैं आई लव यू पेरिस हम पेरिस के साथ है। भारत के तमाम लोग पेरिस के साथ। हमारे ऊपर भी हमला हुआ था। अमेरिका 9/11 को, भारत 26/11 को और दुनिया 13/11 को कभी नहीं भूल सकती। दुनिया के लिए यह तीनों तीन काली करतूत करने वालों की काली हरकत के लिए जाना जाएगा। अमेरिका में 2001 में हमला हुआ था, भारत में 2008 में और पेरिस पर 2015 में बड़ा हमला हुआ है। हर सात साल या उसके बाद ये आंतकी किसी न किसी देश में बड़ा हमला किए हैं। कहर बरपाए हैं। आंतकी देशों को खत्म करना जरूरी है, जिहाद के लिए तैयार होने वाले लड़के देशों पर दुनिया को नजर रखना जरूरी है। इन तमाम देशों पर नजर रखकर उन्हें खत्म करना जरूरी है, क्योंकि ये लोग बेकस

पेरिस का हमला मानवता को शर्मशार कर दिया

पेरिस में इंसानियत को शर्मशार करने वाला मामला हुआ है। इंसानियत को हिला देने वाला और दुनिया और मानवता के लिए घातक और कलंकित करने वाला है। इस हमले के पीछे जो भी हो वे नहीं चाहते कि दुनिया में इसांन रहे। यह लोग शैतानी हरकत कर दुनिया में तबाही मचाने की ठान ली है। इंसानियत को बचाने के लिए जरूरी है कि दुनियाभर के तमाम देश एकजुट होकर इस तरह की हरकतों से लड़े। भारत, अमरिका, चीन, फ्रांस, जापान जैसे देशों को पेरिस की मदद करने के साथ ही आत्मघाती हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी करनी चाहिए। इससे इंसानियत को बचाया जा सकेगा। इसके साथ ही इस हमलावरों के बारे में जानकारी निकाली जाए वह किस देश में सबसे ज्यादा हैं उनके ठीकानों से इंसान को निकालकर इन शैतानों को खत्म किया जाए। हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं, उतना ही घायल हैं हम प्रार्थना करते हैं कि मरने वालों के आत्मा को भगवान शांति प्रदान करे। उनके परिजनों को इस दुख से निकलने में मदद करे। साथ ही घायल जल्द से जल्द ठीक हों।