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नकली और असली में अटककर रह गई तथाकथित मूणत की सीडी

कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ की राजनीति को उत्तेजीत करके रखने वाली सीडी मूणत के विषय से हटकर अब असली और नकली में अटककर रह गई है। अगर सीडी नकली है तो पत्रकार की गिरफ्तारी क्यों? और अगर असली है तो मंत्री पद पर रह गए और पत्रकार का शोषण करने जेल भेज दिया गया? सवाल कई है। पहला कि जिस दिन सीडी आई उसी दिन कुछ घंटे के भीतर छोटे जोगी ने उसे नकली करार दे दिया...जोगी सेना ने कांग्रेस पर हमला किया जबकि जोगी की पार्टी खुद को विपक्ष में होना बताती है। दूसरा खुद मूणत, भाजपा के प्रवक्ता और कई लोग सामने आकर सीडी में मूणत के खुद के नहीं होने की बात कह दी।  क्योंकि सीडी किसी के पास नहीं थी तो फिर इनके पास कहां से आई? सवाल इसलिए क्योंकि यह वीडियो क्लिप इनके पास थी तभी तो इन लोगों ने देखा होगा। जांच का विषय तो यह भी है कि इन्हें यह सीडी और क्लिप कहां से मिली। इन्हे क्लिप भेजा कौन? क्या वाकई में मुख्यमंत्री सीबीआई से जांच कराने वाले हैं... क्योंकि उससे पहले चैनल ने खुलासा क्यों किया? अगर पत्रकार विनोद वर्मा दोषी है तो पूरी अश्लिल फिल्म चलाने के कारण प्रसारण मंत्रालय को तो उस चैनल पर भी कार्रवाई करनी चाहिए।