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पोर्न पर प्रतिबंध कानून में देरी या देरी का कानून, समर्थक भी कम नहीं

शासन ने पोर्न वीडियो अर्थात ब्लू फिल्मों की साइट पर प्रतिबंध लगाया। यह जानते हुए कि पोर्न का कारोबार भारत में करोड़ों अरबों रुपए का है। यह अनवरत काल से फल फूल रहा है इस प्रतिबंध के बाद और बढ़ेगा। वजह लोग कई-कई हजार वीडियों वाट्सएप और अन्य माध्यमों से डाउनलोड कर एक दूसरे को भेज रहे हैं। प्रतिबंध के बाद यह और बढ़ गया है। लोग इसपर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। हालांकि कई हजार साइटों पर से प्रतिबंध हट भी गया, लेकिन सवाल यह है कि ऐसा किया ही क्यों गया। यह किया गया तो फिर हटाया क्यों गया। सरकार ने गलती की है या सरकारी तंत्र ने। क्योंकि अगर प्रतिबंध जायज था तो फिर इस प्रतिबंध को हटाया क्यों गया। साथ ही इस पर प्रतिबंध लगाने में इतनी देरी हुई है या जानबुझकर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा दोने और प्रचारित करने के लिए इस प्रकार की हरकत की गई। कुछ का यह भी कहना है कि शासन को पोर्नो से कोई फायदा नहीं हो रहा था इसलिए बैन कर दिए और अब सेटिंग हो गया तो हटा लिए। हालांकि मामला जो भी हो बहुत अच्छा तो नहीं पर बहुत खराब भी नहीं हुआ। कहा यह भी जाता है कि  इन फिल्मों के कारण परिवार टूट रहे थे, साथ ही असामाजिक घटनाएं, र