तमिलनाडू में तबाही
देश भोपाल गैस कांड की 31वीं वरसी मना रहा है। पूरा देश यहां के लोगों को नहीं मिले न्याय के लिए रो रहा है, इसी के साथ प्रकृृति ने तमिलनाडू में कहर बनकर बरपा है। पूरे देश का ध्यान आज तमिलनाडू पर है। यहां भरे पानी ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। वहां के लोग सुरक्षित हो दुआएं की जा रही है। यह 31 साल बाद 2-3 दिसंबर की रात फिर से याद दिलाती है। ऐसी ही ठंडी रात थी वो 2-3 दिसंबर की रात जब तन को आधे-अधूरे कपड़े से ढंके भोपाल के लोग नींद में सोते रह गए थे। तमिलनाडू में भी वहीं 1,2 और 3 दिसंबर का समय है जहां लोग भारी बारिश से परेशान हुए हैं। यहां का जनजीवन इतना प्रभावित हो गया कि सेना को कमान सम्हालनी पड़ी है। प्रकृति हमें संदेश दे रही है, हम लगातार प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आलम देश की राजधानी दिल्ली का भी कुछ ठीक नहीं। वहां प्राकृतिक के साथ इतना ज्यादा खिलवाड हो रहा है कि आने वाले समय में वहां भी हादसा होने की आशंका है। वहां एक गोल परत सा जम गया है धूल और धुएं से बने धुंध का। गैस के गुबार सा हो गया है पूरा शहर। यह भी बोल सकते हैं कि सिलेंडर बन चुका है दिल्ली। प्रकृतिक हादसों को