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कोरोना: यह सकारात्मक और नकारात्मक के बीच का समय है

 आज हर घर में रावण बैठा इतने राम कहां से लाऊं। यह वाला भजन तो सुना ही होगा।  ठीक ऐसे ही  आज हर घर में कोरोना कैरियर बैठा है, इतने बेड कहां से लाएं वाली स्थिति है।  कोरोना पर लिखना चाहता हूं, लोग इससे डरें नहीं। बीमारी नहीं है यह एक तरह का संक्रमण है। इससे जो पाॅजेटिव हैं वे सात दिन तक तेज बुखार, उतरता चढ़ता बुखार, सर्दी, खांसी, छींक, गले की खरास, बदनदर्द, गले के दर्द, नाक बंद, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, आंख से आंशु, नाक से पानी, बदन से बदबू, मुंह में स्वाद खत्म, आंख में खुजली, गला जाम, सांस लेने में तकलीफ, दम घुटना, सीने में जकड़न, फेफड़े में कफ, खाना कड़वा, पानी जहरीला, चाय बेस्वाद लगने जैसी परेशानी होती है। ठीक ऐसी समस्या निमोनिया के समय भी होती है। समस्या होने पर डाॅक्टर से सलाह लेकर कोविड जांच कराएं, सलाह लेकर दवा लेने और हेल्दी खाना खाने से संक्रमण से जल्द रिकवर भी लोग कर रहे हैं। कोई संक्रमण का शिकार हो गया हो तो उसको सांत्वना देने के साथ ही कम से कम दस-बीस गाली जरुर दें। जिससे वह पहले से फ्रेस और बेहतर महसूस कर सके। ज्यादा सांत्वना देने से आदमी डिप्रेशन में जाने लगता है, इसलिए बीच बी